जब पिंजौर से दिल्ली आया तो हुई किडनी ठीक

नमस्कार, मेरा नाम अमरिंदर सिंह है और मैं पिंजौर, हरियाणा का रहने वाला हूँ। मैं बीते कई सालों से शुगर की समस्या से जूझ रहा था जिसकी वजह से चार साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। किडनी के खराब होने की वजह से मुझे बहुत साड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा था। मैंने अपनी खराब किडनी ठीक करने के लिए डॉक्टर की सलाह मानते हुए कई महीनों तक डायलिसिस भी करवाया था। उस दौरान डॉक्टर का कहना था कि मैं इससे ठीक हो जाऊंगा, लेकिन उससे मुझे कोई आराम तो मिला नहीं उल्टा हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि मेरे बचने की सभी उम्मीदें खत्म होने लगी थी। उस दौरान डॉक्टर मुझे जल्द से जल्द किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कहने लगे थे पर मैं इसके लिए राजी नहीं था क्योंकि इसमें काफी जायदा खर्च आने वाला था। लेकिन आज मैं एक दम स्वस्थ हूँ क्योंकि डॉ. पुनीत धवन ने मेरी किडनी को आयुर्वेदिक उपचार की मदद से ठीक कर दिया और इसी वजह से आज मैं एक दम स्वस्थ जीवन जी रहा हूँ।

मुझे मीठा खाने का बहुत ज्यादा शौक था, इतना कि मुझे हर समय कुछ न कुछ मीठा खाने के लिए चाहिए होता था। पर मुझे घर में मीठा खाने के लिए ज्यादा नहीं मिलता था क्योंकि मेरे दादा जी को शुगर की बीमारी थी तो उन्हें इस बात का डर था कि कहीं मुझे भी ये बीमारी ना हो जाए। लेकिन मैं घर वालों की बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता था और उनसे कहता था कि मीठा खाने से शुगर नहीं होता और हो भी गया तो क्या हुआ दवाएं ले लूँगा और ठीक हो जाऊंगा। मेरी इसी लापरवाही की वजह से मेरा शुगर लेवल लगातार बढ़ता जा रहा था और जब एक दिन मेरा शुगर लेवल काफी ज्यादा हो गया और उसकी वजह से मैं बेहोश हो गया। हॉस्पिटल में हुई जांच के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि मुझे शुगर की बीमारी हो चुकी है और मुझे वंशानुगत मधुमेह हुआ है यानि मेरे परिवार में किसी को शुगर की बीमारी पहले से ही है और मैंने मीठा कुछ ज्यादा ही खाया है। मैंने डॉक्टर को बताया कि मेरे दादा जी को शुगर की बीमारी है, तो इसपर उन्होंने मुझसे कहा कि अब मुझे अपनी डाइट में काफी बदलाव करने की जरूरत है क्योंकि एक बार शुगर हो जाए तो उसको काबू कर पाना काफी मुश्किल होता है। मैंने दौरान तो डॉक्टर की बाते मानते हुए अपनी डाइट में कुछ बदलाव कर लिए जिससे मेरा शुगर लेवल काबू में आने लगा, मुझे लगा कि डॉक्टर तो मुझे वैसे ही इतना डरा रहे थे मैं तो बहुत जल्दी ठीक हो गया, जिसकी वजह से कुछ ही हफ़्तों में एक बार फिर से मेरा शुगर लेवल फिर से हाई होने लगा।

Ayurvedic Kidney Specialist

लगातार बढ़ते शुगर स्तर को देखते हुए डॉक्टर ने मुझे ठीक से परहेज करने के लिए कहा और साथ में दवाएं लेने के लिए भी कहा। मैंने डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लेनी शुरू कर दी और साथ में परहेज भी करने शुरू कर दिए जिससे मुझे काफी आराम मिलने लगा, लेकिन मेरे लिए मीठे से दूर रह पाना काफी मुश्किल था और इसी वजह से मेरी किडनी खराब हुई। मुझे शुगर की दवाएं लेते हुए करीब 12 साल ही बीते थे कि मेरी किडनी खराब हो गई क्योंकि मैं इस दौरान दवाएं तो ले रहा था पर मैंने परहेज ठीक से नहीं किये।किडनी खराब होने के करीब महिना भर पहले एक दिन मैंने देखा की मेरे पैरों में काफी सूजन आई हुई है। उस दौरान वो सूजन इतनी ज्यादा थी कि मुझसे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था। मैंने सूजन दूर करने के लिए दवाएं ली पर उससे भी मुझे कोई आराम नहीं मिला उल्टा सूजन बढ़ने लगी और अब चेहरा भी सूजा हुआ रहने लग गया। मैं इस समस्या से जब तक छुटकारा पाता उससे पहले ही मुझे पेशाब से जुड़ी समस्याएँ रहने लग गई, मुझे अचानक से पहले के मुकाबले बहुत कम पेशाब आने लगा और पेशाब करते हुए जलन भी होने लग गई। इसके अलावा अब मेरे पेशाब से काफी बदबू भी आने लगी थी और पेशाब का रंग भी कभी पीला तो कभी संतरी हो रहा था। इन दिनों मेरा ब्लड प्रेशर भी काफी ज्यादा हाई रहने लगा था, जिसकी वजह से मुझे दिन भर में कई बार उल्टियाँ आने लगी थी और उल्टियाँ आने की वजह से मुझे कुछ भी खाने का दिल नहीं करता था।

इस दौरान मुझे काफी तेज बुखार भी रहने लगा और शुगर लेवल तो इतना ज्यादा हाई रहने लगा था कि दवाएं लेने और इन्सुलिन लेने पर भी काबू में नहीं आ रहा था। इन सभी समस्याओं की वजह से मैं लगातार कमजोर होता जा रहा था जिसकी वजह से घर वालों ने मुझे एक बड़े हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया था जहाँ डॉक्टर ने मेरी कुछ जांच करने के बाद मुझे कई सारे टेस्ट करवाने को कहा। मैंने उसी दिन डॉक्टर एक बताए हुए सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझसे कहा कि शुगर लेवल हाई रहने के कारण मेरी किडनी काफी खराब हो चुकी है जिसको फ़िलहाल डायलिसिस से ही ठीक किया जा सकता है।मुझे डॉक्टर की बातों पर विश्वास हो गया और मैंने उनकी बात मानते हुए डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। जब मेरा पहला डायलिसिस हुआ तो मुझे उससे बहुत ज्यादा तकलीफ हुई, लेकिन ठीक होने के लिए मैंने उसे सहन कर लिया। मैं हर हफ्ते दो से तीन बार डायलिसिस करवाया करता था और ये डायलिसिस का दर्द भरा ये सिलसिला करीब चार महीने तक चला और इतने में मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी डॉक्टर मुझे जल्द से जदल किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कहने लगे। उनका कहना था कि अगर जल्द से जल्द ट्रांसप्लांट करवाना होगा नहीं तो मेरा बचना काफी मुश्किल है।

डॉक्टर की ये बाते सुनकर मैं काफी डर चूका था, लेकिन मैं ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहता था। इसी बीच एक दिन मुझे मेरे एक दोस्त ने आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी, उसने मुझे बताया कि दिल्ली में कर्मा आयुर्वेदा नाम से एक हॉस्पिटल है जहाँ बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है और मुझे एक बार यहाँ जरूर जाना चाहिए। मैंने अपने दोस्त की बात मान ली और मैं कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल चला गया जहाँ मेरी मुलाकात हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. पुनीत धवन से हुई। मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई, जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे डरने कि, डायलिसिस की और किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की कोई जरूरत नहीं है मैं बस आयुर्वेदिक दवाओं से बड़े आराम से ठीक हो जाऊंगा हाँ बस दवाओं के साथ-साथ खाने पीने का खास ख्याल रखना होगा।उसके बाद मैंने घर आते ही डॉ. पुनीत धवन की दी हुई आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी और उनका दिया हुआ डाइट प्लान भी फॉलो करना शुरू कर दिया, जिससे मुझे अपने अंदर कुछ ही दिनों में सुधार नज़र आने लग गये। मैंने महसूस किया कि मुझे पेशाब खुल कर आने लगा है और शरीर में सूजन भी कम हो रही है, इससे मैं काफी खुश हुआ अब मुझे लगने लगा था कि अब मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा और हुआ भी ऐसा ही। डॉ. पुनीत धवन की आयुर्वेदिक दवाओं की वजह से मैं मात्र पांच महीने में ही ठीक हो गया और आज एक स्वस्थ जीवन जी रहा हूँ।

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